जवाब : – *अल्लाह* एक अरेबिक शब्द है जो अरबी में परमेश्वर के लिए प्रयोग किया जाता है। हिंदी और अंग्रेज़ी में उसका पर्याय *परमेश्वर* एवं *The God* होगा।
अक्सर लोगों को यह ग़लतफहमी होती है कि अल्लाह का मतलब सिर्फ़ मुसलमानों का ख़ुदा या अरब देश का ईश्वर / भगवान होता है।
जबकि ऐसा नहीं है।
क़ुरआन पाक की शुरू की आयत में ही कहा गया है :-
*तारीफ़ अल्लाह ही के लिये है जो तमाम क़ायनात का रब है। बड़ा कृपालु, अत्यंत दयावान हैं।*
(क़ुरआन 1:1-2)
मतलब अल्लाह ना केवल मुसलमानों का या अरबों का बल्कि समस्त मनुष्य जाति का ही नहीं, बल्कि इस पूरे ब्रह्माण्ड और उसके अलावा जो कुछ भी है (तमाम कायनात) उसका रचियता है और उसका चलाने वाला है। सभी का परमेश्वर है।
इस विश्व में जितने भी लोग हैं चाहे वे किसी धर्म के हों। या नास्तिक ही क्यों ना हो अमूमन सभी मानते हैं कि सबके ऊपर एक सबसे बड़ा ईश्वर है। या कोई तो है जिसने इस सारी सृष्टि को बनाया है उसी रचियता और परमेश्वर को अरबी भाषा में अल्लाह के नाम से पुकारा जाता है।
अक्सर अज्ञानतावश और ना मालूमात की वज़ह से लोग अल्लाह शब्द और इसके पुकारने वालो से दुर्भावना रख लेते हैं और अनजाने में अल्लाह को कुछ भी अनर्गल बोल कर अपने ही बनाने वाले परमेश्वर का अनादर कर पाप के भागी होते हैं।
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