*सवाल:- क्या यह संभव है कि इस्लाम युद्ध से फैला?*

*जवाब:-* ❤ पैगम्बर ए इस्लाम , अंतिम सन्देष्टा हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का जन्म 570 ई में मक्का में हुआ था। लगभग 610 ई में लोगों को इस्लाम कि दावत दी।

▪️23 सालों में पूरा अरब यानी आज के 22 देश के सभी रहवासी मुसलमान हो गए।

*614/628 में अफ्रीका,*

628 ई में बहरीन,

*629 ई में भारत,*

632 ई में इराक,

636 ई में जॉर्डन,

639 ई में मिस्र,

640 ई में ईरान,

670 में अल्जीरिया,

680 ई में मोरक्को,

634 ई में सीरिया,

*618/650 ई में चीन,*

7 वीं सदी में लेबनान,

7 वीं सदी में लीबिया,

*711 में यूरोप में इस्लाम ने प्रवेश किया।*

 

और इस तरह सिर्फ़ 1 सदी में ही पूरे विश्व में इस्लाम फैल गया।

*क्या सम्भव है..? युद्ध से इतने सारे देश इतनी जल्दी किसी भी विचार को मानने के लिए तैयार हो जाये? और आज तक पीढ़ी दर पीढ़ी गर्व से उसी धर्म पर मर मिटने को तैयार रहे?*

उस वक़्त दुनियाँ में केवल 2 ताक़ते {फारस और रोम} थी जो आज के अमेरिका, रूस और चीन जितनी ताक़तवर थी और अरब के लोगों के पास तो जंगी / युद्ध का सामान ना के बराबर था। अतः क्या तलवार के दम पर इस्लाम का प्रसार सम्भव था?

अतः यह स्पष्ट है कि इस्लाम तलवार, अपहरण, ज़ुल्म सितम से नहीं बल्कि उसकी *सच्चाई / सत्यता / हक़्क़ानियत और उसके ईश्वरीय धर्म* होने के कारण फैला है।

अगली पोस्ट में हम देखेंगे कि किस तरह पैगम्बर ए इस्लाम ने छोटे बड़े सभी को इस्लाम का पैगाम पहुँचाया और इस सम्बन्ध में ख़त लिखे।

Share on WhatsApp