सवाल:-अगर इस्लाम तलवार और युध्द से नहीं फैला तो फिर इसका विस्तार कैसे हुआ ..?
जवाब:- जैसा कि हमने पिछली पोस्ट में जाना कि इस्लाम ना युद्ध से फैला ना तलवार से और ना ही यह सम्भव है। बल्कि इस्लाम तो फैला है मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की दावत से। जिन्होंने हर छोटे-बड़े, अमीर-गरीब तक इस्लाम का पैगाम पहुँचाया।
यहाँ उन खास राजाओं, बादशाहों का उल्लेख है, जिनको हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने इस्लाम को मानने के लिए पत्र लिखे। जिस पर उन बादशाहों ने *इस्लाम* का अध्ययन कर इस्लाम को अपनाया।
जिन बादशाहों ने पत्र मिलने पर इस्लाम क़ुबूल किया..!
1) हब्शा (आज के दौर में इथियोपिया और Eritrea) के बादशाह नजासी जिनका नाम अश्मा इब्न अब्ज़र था।
2) मिस्र के बादशाह अल-मुकव्कीस।
3) बहरीन के राजा मुन्ज़िर इब्न सावा।
4) ओमान के राजा जैफर और उनका भाई अब्द दोनों ने इस्लाम क़ुबूल किया।
5) यमन के गवर्नर के द्वारा फारस के बादशाह को पत्र भेजा जिस पर यमन के गवर्नर ने इस्लाम कुबूल किया।
भारत के राजा *चेरामन पैरुमल* जिनको पत्र तो नहीं लिखा लेकिन इस्लाम के बारे में जानने पर 629 ई में उन्होंने इस्लाम कुबूल किया।
*इसके अलावा और कुछ बादशाहों को भी पत्र लिखे जिन्होंने इस्लाम तो क़ुबूल नहीं किया पर बाद में उनकी प्रजा इस्लाम कुबूल कर मुसलमान हुई।*