जवाब:- देश की विदेश नीति या पूरा देश ही धार्मिक भावनाओं पर चले ऐसा मुसलमानों का तो नहीं बल्कि देश को धार्मिक राष्ट्र बनाने की मांग करने वालो और इसका दावे करने वालो का कहना ज़रूर है और खुले तौर पर इस देश में कई दल, संघ, संगठन इसके लिए प्रयासरत हैं जिनका कहना है कि हम भारत को एक धार्मिक राष्ट्र बना कर रहेंगे। अतः आपको यह सवाल उन से या ख़ुद अपने आप से करना चाहिए।
एक और ग़लतफहमी जो आप फैला रहे है वह यह कि इस आंदोलन में तुर्की के राष्ट्रपति का समर्थन हो रहा है। जबकि इन प्रदर्शनो में सिर्फ़ फ्रांस के इस घटिया विधान का विरोध हो रहा है और कई सारे देश प्रमुखों ने भी फ्रांस का इस मामले में विरोध किया है तो यहाँ उनका समर्थन नहीं बल्कि उनके इन कथनों मात्र का समर्थन हो जाता है जिसमे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी हैं। लेकिन आप को सिर्फ़ एर्दोगन नज़र आ रहे हैं और एक बार फिर आप इस बात को भी ऐसा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं जैसे मुस्लिम एर्दोगन के किसी भारत विरोधी बयान का समर्थन कर रहे हों। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है।
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