सवाल:- इस्लाम में मर्द को एक वक़्त में एक से ज़्यादा शादी करने की इजाज़त (Permission) है, जबकि औरत को नहीं है क्यों?

जवाब : कुरआन  एक से ज़्यादा पती रखने कि इजाज़त (Permission) नहीं देता है और इस तरह कि इजाज़त (Permission) नहीं होना ही कितना उचित है वह आज उजागर हो चुका है, जो कि इस्लाम की सत्यता का प्रमाण है। इस्लाम एक प्राकृतिक जीवन शैली (Natural Way of Life) है और शादी एक सभ्य समाज के ताने बाने का नाम है। ना कि हवस को पूरा करने का। क़ुरान ने शादी के बारे में सुर:4 आयत 23,24,25 में विस्तृत में जानकारी दी है।

हम सोचे अगर एक औरत एक से ज़्यादा शादी करती है। तो उसके साथ क्या समस्या पैदा हो सकती है?

 

वैज्ञानिक समस्याएँ (Scientific Problems):-

1 . एक औरत कई मर्दों से यौन (Sex) सम्बन्ध बनाती है, तो दोनों को एड्स की संभावना है, दूसरी गुप्त बीमारियाँ हो सकती है, बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास रुक सकता है। बच्चे पागलपन का शिकार हो सकते है। बच्चों में वंशानुगत समस्या भी हो सकती है।

 

  1. एक मर्द औरत के मुकाबले में ज़्यादा बहुविवाही (Polygamous) होता है। प्राकृतिक रूप से सामान्य अवस्था में उसके यौन चक्र (Sexual cycle) में कोई ब्रेक नहीं होता इसलिये वह एक से ज़्यादा बीवी का बिना किसी समस्या के निर्वाहन कर सकता है। जबकि प्राकृतिक रूप से यौन चक्र (Sexual cycle) में मासिक धर्म और गर्भ काल आदि ब्रेक होने के कारण बिना किसी समस्या के एक से अधिक पति रखना सम्भव नहीं।

 

  1. विश्व भर में औरतों की संख्या पुरुषों से ज़्यादा होना।

 

  1. सामाजिक समस्याएँ (Social problem):-
  2. i) बच्चों का असली बाप कौन?
  3. ii) बच्चे किस बाप कि वसीयत / जायदाद में हिस्से माँगेगे?

iii) पतियों कि सामाजिक स्थिति / हैसियत कम ज़्यादा होने पर बच्चे अपना बाप किसे बोलेंगे?

  1. iv) ज़ायदाद का बँटवारा कैसे होगा?

 

5) जिस्मानी / शारीरिक ज़रूरत (Sex) के लिए किस तरह से सभी पतियों के पास जा सकती है, बीमारी, डिलीवरी, मासिक परेशानी पर कौन-सा पति अपने नम्बर का मौका छोड़ेगा?

 

6) मर्द प्राकृतिक / फ़ितरी तौर पर अधिक हिंसक होता है, उपर्युक्त बातों की वज़ह से अत्यधिक झगड़े और हिंसा हो सकती है।

 

7) पति पत्नी में झगड़े / नोक झोंक होना आम बात है और बच्चे को डाँटने डपटने पर पतियों में आपस में झगड़े सम्भव है जिसमे हत्या होना भी बड़ी बात नहीं है और भी बहुत कुछ ।

 

अतः उपर्युक्त बातों से पता चलता है कि एक से अधिक पति रखना हर तरीके से नुकसानदेह और विनाशकारी है।

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