सवाल:- अक्सर सोशल मीडिया पर इस्लाम के आलोचक यह लिखते मिल जाते हैं कि मुहम्मद सल्लाहो अलैही व सल्लम के बाद से आज तक मुस्लिमों में कोई साइंसदां (Scientist) क्यों पैदा नहीं हुआ इसका जवाब दें?
जवाब:- मज़हब-ए-इस्लाम में इतने ज़्यादा साइंसदान (Scientists) गुज़र चुके हैं कि उन सभी का बयान (उल्लेख करना) भी मुश्किल है। लेकिन कुछ “मासूम” लोग जिनको कुछ पता तो होता नहीं और वह व्हाट्सएप के हर फेक मैसेज को सही समझ बैठते हैं और वे पूछने लगते हैं कि मुस्लिमों में आज तक कोई साइंसदां (Scientist) क्यों नहीं हुआ? ज़ाहिर है इन मासूम लोगों को इतिहास का ज्ञान तो होता नहीं, पर यह ख़ुद के देश में हुए महान साइंसदां डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को ही भूल जाते हैं और ना ही इनको हालात-ए- हाज़रा (current affairs) का ही कुछ पता होता है कि इनको मालूम हो कि कोरोना महामारी की पहली और सबसे उपयोगी वैक्सीन फ़ाइज़र (Pfizer) जिसे बायोएनटेक और फ़ाइज़र कंपनी ने जारी किया है। इस उपयोगी वैक्सीन को ईजाद करने वाले बायोएनटेक (BioNTech) के संस्थापक ही मुस्लिम दंपत्ति डॉ. उगुर साहीन और डॉ. ओज़्लेम तुरेसी (Dr. Ugur sahin & Dr. Ozlem tureci) हैं।
इसके अलावा, इलाहाबाद के वैज्ञानिक फ़राज़ ज़ैदी ने अमेरिका में कोरोना का वैक्सीन तयार कीया था।https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/allahabad/city-scientist-faraj-engaged-in-developing-corona-vaccine-in-america
CIPLA कंपनी (जिसके मालिक एक मुस्लिम, YUSUF HAMIED है) भारत की पहली कंपनी थी जिसने COVID-19 से लड़ने के लिए दवाओं का निर्माण किया।https://www.nationalheraldindia.com/india/coronavirus-pandemic-cipla-can-be-indias-first-company-to-manufacture-drugs-to-fight-covid-19
मुस्लिम के नेतृत्व वाली नोएडा लैब न्यूलाइफ ने रु500 में एंटीबॉडी आधारित कोविड -19 परीक्षण किट विकसित की। तत्काल परिणाम (10-15 मिनट) और किट की उत्पादन क्षमता 1 लाख प्रतिदिन है https://youtu.be/xdAgaDEmujc
खैर हम यहाँ सामान्य जानकारी के लिए कुछ महान मुस्लिम साइंसदान के बारे में बता रहे हैं।
- 1. इब्ने सीना (Avicenna):-
इब्ने सीना का पूरा नाम अली अल हुसैन बिन अब्दुल्लाह बिन अल-हसन बिन अली बिन सीना है। इन्हें आधुनिक दवाई (Modern Medicine) का पिता / जनक कहा जाता है। मेडिकल और बॉयोलॉजी का शायद ही कोई छात्र रहा होगा जो इब्ने सीना (Avicenna) के बारे में नहीं जानता हो। इन्होंने 450 किताबें लिखी जिन में से कइयों को आज भी पढ़ाया जाता है। इनकी लिखी क़िताब The Canon of medicine (अल कानून फित-तिब्ब) 18 वी शताब्दी तक पूरे यूरोप में मेडिकल साइंस की मानक पुस्तक के रूप में स्थापित रही।
1980 में इनकी हजारवीं वर्षगांठ के समारोह पर सोवियत यूनियन (रूस) में इनकी याद में स्टाम्प भी जारी किए थे और स्मारक स्थापित किया था।
इन्हीं के नाम से यूनेस्को (UNESCO) द्वारा इब्ने सीना पुरस्कार (The Avicenna Prize) का आयोजन होता है और यह साइंस की फ़ील्ड में उच्च कार्य करने वालों को दिया जाता है जो हर 2 वर्ष में होता है।
मेडिसीन ही नहीं बल्कि इब्ने सीना ने इसके अलावा एस्ट्रोनॉमी, अल्केमी, जियोग्राफी, जियोलॉजी, लॉजिक, साइकोलॉजी, फ़िज़िक्स और मैथेमेटिक्स में भी महत्वपूर्ण शोध किये जिन्हें आज भी पढ़ा जाता है।
- 2. इब्न ज़करिया अल राज़ी:-
वेस्टर्न वर्ल्ड में राज़ी’स (Razes) के नाम से जाने वाले इस महान फिजिशियन ने ही सबसे पहले 10 वी शताब्दी में सर्जरी में श्वसन द्वारा एनेस्थेसिया का प्रयोग किया था। यह नेत्र विज्ञान के प्रथम अन्वेषक (Pioneer in Ophthalmology) भी माने जाते हैं और बच्चों की दवा करने की विद्या (Pediatrics) के विषय में विश्व की पहली किताब भी इन्होंने ही लिखी थी ।
- 3. मूसा अल ख़्वारज़मी:-
इस मशहूर और महान गणितज्ञ द्वारा बीज गणित (Algebra), reduction and balancing equation भी इन्हीं की देन है जिस का प्रयोग कई गणना में होता है रसायन शास्त्र के कई सिद्धांत इसी से समझे जाते हैं। अलजेब्रा ने ही आगे जाकर बाइट (Byte) की नींव रखी जिस पर आज के कम्प्यूटर और कैलकुलेटर काम करते हैं।
- 4. अल तूसी:-
इनका पूरा नाम अल अल्लामा अबू जाफर मुहम्मद बिन मुहम्मद बिन हसन अल तूसी है। ये सातवीं सदी हिजरी के शुरू में यानी 13 सदी ईस्वी को तूस में पैदा हुए। इन्होंने त्रिकोणमिति को खगोलशास्त्र से अलग किया। इन्होंने इस प्रचलित सिद्धांत का विरोध किया कि पृथ्वी स्थिर है और कहा कि पृथ्वी घूमती है। ग्रहों की चाल, आकाश गंगा, खगोल विज्ञान के लिए इन्होंने आधुनिक तालिकायें बनाई।
- 5. जाबिर बिन हियान:-
मुस्लिम रसायन शास्त्री इन्हें पश्चिमी देश में गेबर के नाम से जाना जाता है। इन्हें रसायन विज्ञान का संस्थापक माना जाता है। जाबिर बिन हियान पहले व्यक्ति थे जिन्होंने पदार्थ को तीन भागों वनस्पति, पशु और खनिज में विभाजित किया। रासायनिक यौगिकों जैसे कार्बोनेट, आर्गैनिक, सल्फाइड की खोज की।
- 6. अल जज़री:-
अल जजरी अपने समय के महान वैज्ञानिक थे। इस महान वैज्ञानिक ने अपने समय में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में इंक्रलाब बरपा कर दिया था। इनका सबसे बड़ा कारनामा ऑटो मोबाइल इंजन की गति का मूल स्पष्ट करना था और आज उन्हीं के सिद्धांत पर रेल के इंजन और अन्य मोबाइल का आविष्कार संभव हो सका।
- 7. इब्न अल हैशम:-
इब्न अल हैशम का पूरा नाम अबू अली अल हसन बिन अल हैशम है। ये इराक के ऐतिहासिक शहर बसरा में 965 ई में पैदा हुए। इन्हें भौतिक विज्ञान, गणित, इंजीनियरिंग और खगोल विज्ञान में महारत हासिल थी।
इब्न अल हैशम ने प्रकाश के प्रतिबिम्ब और लचक की प्रकिया और किरण के निरीक्षण से कहा कि ज़मीन की अंतरिक्ष की ऊंचाई एक सौ किलोमीटर है। इब्न अल हैशम ने ही यूनानी दृष्टि सिद्धांत को अस्वीकार करके दुनिया को आधुनिक दृष्टि दृष्टिकोण से परिचित कराया।
दरअसल ऊपर के हर साइंसदां की इतनी ख़िदमात (सेवाएं/खोज/शोध) हैं की इनमें से हर एक के बारे में किताबें लिखी जा सकती हैं। लेख में सभी शामिल करना सम्भव ही नहीं है और ऐसे ही एक नहीं हज़ारों मुस्लिम साइंसदान गुज़र चुके हैं उन में से कुछ के नाम और दिए जा रहे हैं। जिन्हें रुचि हो वे हर एक का नाम गूगल पर सर्च कर ख़ुद उनके बारे में जानकारी हासिल कर ले।
LIST OF KNOWN MUSLIM SCIENTISTS
ASTRONOMERS AND ASTROLOGERS
Sind ibn Ali (-864)
Ali Qushji (1403-1474)
Ahmad Khani (1650-1707)
Ibrahim al-Fazari (-777)
Muhammad al-Fazari (-796 or 806)
Al-Khwarizmi, Mathematician (780-850 CE)
Abu Ma’shar al-Balkhi (Albumasar) (787-886 CE)
Al-Farghani (800/805-870)
Banū Mūsā(Ben Mousa) (9th century)
Dīnawarī (815-896)
Al-Majriti (d. 1008 or 1007 CE)
Al-Battani (858-929 CE) (Albatenius)
Al-Farabi (872-950 CE) (Abunaser)
Abd Al-Rahman Al Sufi (903-986)
Abu Sa’id Gorgani (9th century)
Kushyar ibn Labban (971-1029)
Abū Ja’far al-Khāzin (900-971)
Al-Mahani (8th century)
Al-Marwazi (9th century)
Al-Nayrizi (865-922)
Al-Saghani (-990)
Al-Farghani (9th century)
Abu Nasr Mansur (970-1036)
Abū Sahl al-Qūhī (10th century) (Kuhi)
Abu-Mahmud al-Khujandi (940-1000)
Abū al-Wafā’ al-Būzjānī (940-998)
Ibn Yunus (950-1009)
Ibn al-Haytham (965-1040) (Alhacen)
Bīrūnī (973-1048)
Avicenna (980-1037) (Ibn Sīnā)
Abū Ishāq Ibrāhīm al-Zarqālī(1029-1087) (Arzachel)
Omar Khayyám (1048-1131)
Al-Khazini (fl. 1115-1130)
Ibn Bajjah (1095-1138) (Avempace)
Ibn Tufail (1105-1185) (Abubacer)
Nur Ed-Din Al Betrugi (-1204) (Alpetragius)
Averroes (1126-1198)
Al-Jazari (1136-1206)
Sharaf al-Dīn al-Tūsī (1135-1213)
Anvari (1126-1189)
Mo’ayyeduddin Urdi (-1266)
Nasir al-Din Tusi (1201-1274)
Qutb al-Din al-Shirazi (1236-1311)
Shams al-Dīn al-Samarqandī (1250-1310)
Ibn al-Shatir (1304-1375)
Shams al-Dīn Abū Abd Allāh al-Khalīlī (1320-80)
Jamshīd al-Kāshī (1380-1429)
Ulugh Beg (1394-1449)
Taqi al-Din Muhammad ibn Ma’ruf (1526-1585)
Ahmad Nahavandi (8th and 9th centuries)
Haly Abenragel (10th and 11th century)
Abolfadl Harawi (10th century)
Mu’ayyad al-Din al-‘Urdi (1200-1266
BIOLOGISTS, NEUROSCIENTISTS, AND PSYCHOLOGISTS
Aziz Sancar, Turkish biochemist, the first Muslim biologist awarded the Nobel Prize Ahmad-Reza Dehpour (1948- ),
Iranian pharmacologist
Ibn Sirin (654-728), author of work on dreams and dream interpretation[1] Al-Kindi (Alkindus), pioneer of psychotherapy and music therapy
Ali ibn Sahl Rabban al-Tabari, pioneer of psychiatry, clinical psychiatry and clinical psychology
Ahmed ibn Sahl al-Balkhi, pioneer of mental health, medical psychology, cognitive psychology, cognitive therapy, psychophysiology and psychosomatic medicine
Al-Farabi (Alpharabius), pioneer of social psychology and consciousness studies
Abu al-Qasim al-Zahrawi (Abulcasis), pioneer of neurosurgery
Ibn al-Haytham (Alhazen), founder of experimental psychology, psychophysics, phenomenology and visual perception
Al-Biruni, pioneer of reaction time
Avicenna (Ibn Sīnā), pioneer of neuropsychiatry thought experiment, self-awareness and self-consciousness
Ibn Zuhr (Avenzoar), pioneer of neurology and neuropharmacology.
Syed Ziaur Rahman, pioneer of Environment…